राष्ट्रीय खेल दिवस 2023, राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है, राष्ट्रीय खेल दिवस का महत्व, राष्ट्रीय खेल दिवस पर निबंध (National Sports day 2023, National Sports day Essay in hindi, National Sports day Essay and speech in hindi)
इंटरनेट की बढ़ती रफ्तार और बदलते समय के चलते बच्चों ने खेलकूद से काफी दूरी बना ली है, क्योंकि आज बच्चों के पास बैट बॉल की जगह मोबाइल फोन और टैबलेट ने ले ली है । ऐसे में बच्चों को खेल कूद का महत्व समझाना अत्यंत ही आवश्यक है।
राष्ट्रीय खेल दिवस हर साल 29 अगस्त को हॉकी प्लेयर मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है। मेजर ध्यानचंद भारत के साथ-साथ विश्व के दिग्गज हॉकी खिलाडी में से एक हैं, जिन्होंने भारत को एक या दो नहीं बल्कि 3 बार ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाया था।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको राष्ट्रीय खेल दिवस ( National Sports day 2023 in hindi)से जुड़ी हुई पूरी जानकारी विस्तार से देंगे। तो आईए जानते हैं राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है, राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास ( National Sports day History in hindi) , राष्ट्रीय खेल दिवस का उद्देश्य एवं महत्व ( National Sports day 2023 Essay and speech in hindi)
राष्ट्रीय खेल दिवस 2023 | National Sports day Essay and speech in hindi
हमारे शरीर को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने में खेलों का अत्यंत महत्व होता है। खेल के प्रति बच्चों में रुझान बनाने के लिए हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।
खेलों के द्वारा हमारे शरीर के सभी अंगों की एक्सरसाइज हो जाती है। खेल के कारण ही फिजिकल एक्टिविटी के चलते हमारे शरीर का ब्लड सरकुलेशन भी अच्छा होता है तथा साथ ही कोलेस्ट्रॉल और शुगर जैसी समस्याओं से शरीर को राहत मिलती है।
भारत में कई महान खिलाड़ी हुए जिन्होंने अपने खेल के द्वारा देश में ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर अपना नाम कमाया साथ ही भारत को पहचान दिलाई। अपने खेल के जरिए भारत की पहचान बनाने वाले खिलाड़ियों में उड़न परी के नाम से प्रसिद्ध पीटी उषा , उड़ता सिख के नाम से प्रसिद्ध मिल्खा सिंह , मास्टर ब्लास्टर कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का नाम शीर्ष पर है।
आइए जानते हैं राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है एवं राष्ट्रीय खेल दिवस पर निबंध ( National Sports day essay and speech in hindi)
- राष्ट्रीय खेल दिवस 2023 | National Sports day Essay and speech in hindi
- राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है | National Sports day in hindi
- कौन थे ‘हॉकी के जादूगर’ मेजर ध्यानचंद
- हिटलर ने भी दिया था मेजर ध्यानचंद के आगे प्रस्ताव
- राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास (शुरुआत) | History of National Sports day in hindi
- राष्ट्रीय खेल दिवस का महत्व एवं उद्देश्य | National Sports day significance in hindi
- राष्ट्रीय खेल दिवस कैसे मनाया जाता है?
- मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (Major dhyanchand khel ratna Purushkar)
- पुरस्कार एव सम्मान (Awards And Honours)
- FAQ’s on National sports day in hindi
राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है | National Sports day in hindi
खेल के प्रति पूरे देश को जागरूक करने के लिए हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय खेल दिवस (National sports day essay and speech in hindi) मनाया जाता है। चंद्र ने अपने खेल के द्वारा भारत को तीन बार ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया था ।
इसीलिए उनके जन्मदिन के अवसर पर राष्ट्रीय खेल दिवस मना कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार वं द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में हुआ था। मोदी के छत्र में मेजर ध्यानचंद का अविस्मरणीय योगदान रहा है। उन्होंने अपनी प्रतिभा और खेल के जज्बे के चलते हॉकी के क्षेत्र में भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन किया।
हॉकी के क्षेत्र में उनके द्वारा दिये गए इस योगदान की स्मृति में एवं देश के युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करने के लिए राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।
(राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है| राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास | National Sports day Essay and speech in hindi | National Sports day in hindi)
कौन थे ‘हॉकी के जादूगर’ मेजर ध्यानचंद
1905 को इलाहाबाद में जन्मे मेजर ध्यानचंद, केवल 16 साल की उम्र में सैना में में भर्ती हो गए थे । सैना में रहते हुए ही उन्होंने हॉकी का प्रशिक्षण लिया। सेवा में रहते हुए हैं ध्यानचंद ने न्यूजीलैंड दौरे पर पहली बार हॉकी खेली जिसमें दो मैच ड्रॉ हुए। लेकिन ध्यानचंद के खेल की सभी ने तारीफ की।
1927 में मेजर ध्यानचंद को हॉकी में उनके प्रदर्शन को देखते हुए लांस नायक पद पर पदोन्नत किया गया। इसके बाद उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें ओलंपिक में भाग लेने वाली टीम में शामिल किया गया।
मेजर ध्यानचंद ने 1928,1932 और 1936 में तीन बार भारत को हॉकी में स्वर्ण पदक दिलाया। मेजर ध्यानचंद ने अपने पूरे करियर में गले घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, 1000 से अधिक गोल किए।
कहते हैं कि जब मेजर ध्यानचंद होकर खेलते हुए थे तो ऐसा लगता था कि मानो गेंद उनकी हॉकी स्टिक पर चिपक गई है। अगर गेंद उनकी हॉकी स्टिक के पास होती थी तो उनके स्टिक से गोल होना निश्चित होता था।
हिटलर ने भी दिया था मेजर ध्यानचंद के आगे प्रस्ताव
1936 में आयोजित ओलंपिक खेलों में जर्मनी और भारत के बीच में हॉकी का फाइनल मैच होना था। इस मैच को देखने के लिए हिटलर भी मौजूद थे। जर्मनी की टीम मैच जीतने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही थी जिसके लिए उन्होंने धक्का-मुक्की करनी भी शुरू कर दी।
(National Sports day essay and speech in hindi | राष्ट्रीय खेल दिवस 2023 | दिवस क्यों मनाया जाता है)
मैच के दौरान मेजर ध्यानचंद जर्मनी के गोलकीपर से टकराए और उनके दांत टूट गया। लेकिन मेजर ध्यानचंद ने कुछ समय बाद फिर से मैदान में अपनी वापसी कर जर्मनी को इस मैच में 8-1 से हराया। हिटलर ने मेजर ध्यानचंद का पूरा मैच देखा और यह देखकर उन्होंने मेजर ध्यानचंद को प्रस्ताव दिया कि वह जर्मनी की नागरिकता ले और जर्मनी के लिए हॉकी खेलें जिसके बदले में हिटलर उन्हें खूब सारा पैसा एवं जर्मनी की सैना में कर्नल का पद देने को तैयार।
लेकिन मेजर ध्यानचंद ने हिटलर को साफ इनकार कर दिया ।
राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास (शुरुआत) | History of National Sports day in hindi
सरकार द्वारा पहली बार साल 2012 में मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय खेल दिवस ( National Sports day) मनाने की घोषणा की गई। और तभी से हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports day essay and speech in hindi) मनाया जाता है।
हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। और एक दौर था जब मेजर ध्यानचंद के नेतृत्व में भारत ने हॉकी में पूरे विश्व में तिरंगा लहराया था। मेजर ध्यानचंद के इस योगदान को सराहने एवं देश को खेलों के महत्व को बताने के लिए केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस (National sports day essay and speech in hindi) की मुहिम शुरू की गई।
राष्ट्रीय खेल दिवस का महत्व एवं उद्देश्य | National Sports day significance in hindi
राष्ट्रीय खेल दिवस (National sports day essay and speech in hindi) मनाने का मुख्य उद्देश्य है पूरे देश को खेल के प्रति बढ़ावा देना, बच्चों को खेलों के प्रति प्रेरित करना। हमारे शरीर को स्वस्थ बनाने में खेलों का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है। आज हम अपने शरीर को शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए एवं अपने शरीर को फिट रखने के लिए तरह-तरह के एक्सरसाइज एवं योगहै का अभ्यास करते हैं।
मेजर ध्यानचंद जिस समय हॉकी खेला करते थे वह समय भारतीय हॉकी का स्वर्ण युग कहलाया जाता है।
युवाओं को खेल के प्रति बढ़ावा देने एवं प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भी दिया जाता है। भारत में मुख्य रूप से 6 प्रकार के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं।
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राष्ट्रीय खेल दिवस कैसे मनाया जाता है?
भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के अंतर्गत राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (मेजर ध्यानचंद पुरस्कार) द्रोणाचार्य पुरस्कार अर्जुन पुरस्कार , तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार शामिल हैं।
खेल दिवस के मौके पर कई स्कूलों एवं कॉलेजों में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। पंजाब और चंडीगढ़ में काफी बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय खेल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है | National Sports day Essay and speech in hindi | National Sports day in hindi
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (Major dhyanchand khel ratna Purushkar)
इस पुरस्कार की शुरुआत साल 1991-92 में की गई थी शुरुआत में इस पुरस्कार का नाम राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार था। साल 2021 में केंद्र सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ रखने का निर्णय लिया और इसकी जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके दी।
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न (राजीव गांधी खेल रत्न) पुरस्कार प्राप्त करने वाले सबसे पहले खिलाड़ी ‘विश्वनाथ आनंद’ थे। शुरुआत में इस पुरस्कार की राशि 5 लाख थी, 2004-5 इस पुरस्कार राशि को बढ़ाकर 7.5 लाख कर दिया गया तथा 2018 में इस राशि को बढ़ाकर 25 लाख कर दिया गया ।
National sports day essay and speech in hindi | National sports day 2023 in hindi | खेल दिवस क्यों मनाया जाता है | राष्ट्रीय खेल दिवस का उद्देश्य
पुरस्कार एव सम्मान (Awards And Honours)
- 1956 में भारत सरकार द्वारा मेजर ध्यानचंद के हॉकी में योगदान के लिए उन्हें पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पद्म भूषण पुरस्कार भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।
- इन्हीं के नाम पर खिलाडियों को भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘ मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार‘ दिया जाता है ।
दोस्तों उम्मीद है राष्ट्रीय खेल दिवस पर लिखा गया यह लेख ” National Sports day essay and speech in hindi” पसंद आया होगा। इसी तरह की अन्य जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट को visit करते रहिए।
FAQ’s on National sports day in hindi
राष्ट्रीय खेल दिवस ( National Sports day) कब मनाया जाता है ?
राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस पर मनाया जाता है
राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है
हॉकी के क्षेत्र में मेजर ध्यान चंद्र द्वारा दिए गए अविस्मरणीय योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।
मेजर ध्यानचंद कौन थे
मेजर ध्यानचंद भारतीय हॉकी टीम के प्रतिभाशाली खिलाड़ी से गिरे हुए भारत को ओलंपिक में तीन बार स्वर्ण पदक दिलाया था।
राष्ट्रीय खेल दिवस की शुरुआत कब हुई
राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा साल 2012 से की गई
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