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10 November 1917 को जन्मी इंदिरा गांधी कि आज 105 वी जयंती है जिसे पूरा देश मना रहा है। इंदिरा गांधी भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की बेटी तथा भारत की इकलौती महिला प्रधानमंत्री थी।
शुरुआत के अपने कार्यकाल में भले ही गूंगी गुड़िया बोल दिया गया था लेकिन बाद में उनकी छवि ने उन्हें आयरन लेडी भी कहलवाया।
इंदिरा गांधी का पूरा नाम इंदिरा प्रियदर्शनी गांधी था ।
इंदिरा गांधी से जुड़े रोचक तथ्य (Intresting Facts about Indira Gandhi in hindi)
“आयरन लेडी ऑफ इंडिया” के नाम से प्रसिद्ध भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एक शसक्त व्यक्तित्व की महिला थी। इंदिरा गांधी इतनी दबंग महिला थी जिनका नाम ही काफी था उनकी शख्सियत को बयां करने के लिए।
वैसे तो इंदिरा गांधी के जीवन के विषय में अब काफी कुछ जानते होंगे लेकिन आज इस आर्टिकल के जरिए हम इंदिरा गांधी से जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्य आपके सामने रखेंगे जिन के विषय में शायद ही आप जानते हों।
तो आइए जानते हैं इंदिरा गांधी के जीवन से जुड़े कुछ अनसुने और रोचक तथ्य(Unknown and Intresting Facts about Indira Gandhi) :
Intresting Facts about Indira Gandhi
(Unknown and intresting Facts about Indira Gandhi)
मात्र 5 साल की उम्र में किया था विदेशी खिलौनों का बहिष्कार
जब इंदिरा गांधी मात्र 5 साल की थी तो स्वदेशी आंदोलन के चलते उन्होंने अपनी विदेशी गुड़िया तथा अन्य खिलौनों को आग में झोंक दिया था।
11 साल की उम्र में बनायी थी वानर सैना
जब इंदिरा गांधी छोटी थी तो उन्होंने अपने पिता को अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ते देखा था और 11 साल की उम्र में उन्होंने अंग्रेजी शासन के खिलाफ छोटे बच्चों की एक सैना बनाई जिसे वानर सेना नाम दिया गया।
1969 में 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया
इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए 1969 में देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दृष्टि से 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया।
प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए हरित क्रांति को बढ़ावा दिया
जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने इस पद पर रहते हुए पृथ्वी पर बेहद ध्यान दिया और हरित क्रांति को अपनी सरकार की प्राथमिकता बनाया।
बैंकों के राष्ट्रीयकरण के बाद 40% पूंजी को प्राइमरी सेक्टर जैसे कि कृषि तथा अन्य उद्योगों के लिए रखा गया।
“गूंगी गुड़िया” का नाम क्यों दिया गया
इंदिरा गांधी जब प्रधानमंत्री बनी तो उनके कार्यकाल के शुरुआत के दिनों में उन्हें गूंगी गुड़िया का नाम भी दिया गया।
कहा जाता है कि जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी तो शुरुआत के 1 से 2 साल में वह किसी भी कार्यक्रम में बोलने से हिचकी जाती थी तथा कार्यक्रमों में भाग लेने में असहज महसूस करती थी।
कहा जाता है कि एक बार 1969 में इंदिरा गांधी को जब बजट पेश करना था तो वह कुछ बोल नहीं पाई जिस कारण विपक्ष के नेता राम मनोहर लोहिया ने उन्हें गूंगी गुड़िया का तमगा दे दिया।
“गेंदे के फूल” थे बेहद नापसंद
बहुचर्चित किताब The Marigold Story and others की लेखिका बताती हैं कि इंदिरा गांधी को गेंदे के फूल से एलर्जी थी और वे गेंदे के फूल कुछ खास पसंद भी नहीं करती थी ।
लेकिन जब इंदिरा की मृत्यु हुई तो उनका दुर्भाग्य था कि त्रिमूर्ति भवन में उनके पार्थिव शरीर के चारों तरफ गेंदे के फूल की मालाएँ थी।
उनके स्टाफ को भी जिस दिए गए थे कि उनका कोई भी प्रशंसक गेंदे के फूल या उसकी माला लेकर समारोह में ना आए। भी कोई इंदिरा गांधी से मिलने आता और या उनके स्वागत में गेंदे की माला लेकर आता तो पहले ही उन फूल मालाओं को अलग रखवा दिया जाता था।
फिर भी अगर भूलवश माला अंदर आ जाती और कोई इंदिरा पर डालता तो इंदिरा गांधी बिना कुछ बोले पीछे हट जाती थी।
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इंदिरा को हर एक काम में परफेक्शन पसंद था ।
इंदिरा गांधी को अपना हर एक काम पर परफेक्शन के साथ करना पसंद था । उनके चेहरे से ही उनके हर एक काम की निपुणता झलकती थी । (Intresting Facts about Indira Gandhi)
इंदिरा जब भी अपने ऑफिस में आती थी तो चलते चलते ही अगर दीवार पर टंगी किसी फोटो पर उनकी नजर पड़ जाए जो कि जरा सी भी तिरछी लटकी हो तो इंदिरा उसे ठीक करते हुए ही अपने ऑफिस की ओर चली जाती थी। वह किसी दूसरे को बोलने की बजाय खुद से ही दीवार पर लगी फोटो को ठीक कर देती थी।
अपने कमरे से निकलने से पहले इंदिरा लाइट ऑफ करना कभी नहीं भूलती थी।
इंदिरा गांधी के विषय में कहा जाता है कि जब भी वह कहीं बाहर जाती थी तो अपने कमरे में लाइट का बटन बंद जरूर करती थी चाहे उन्हें कितनी भी देरी हो रही हो लेकिन वह लाइट को खुला कभी नहीं छोडती थी ।
फिरोज गांधी से इंदिरा का विवाह ना तो परंपरागत हुआ था और ना ही कानूनी
इंदिरा गांधी का विवाह फिरोज गांधी से 1942 में परंपरागत विधि विधान के अनुसार नहीं हुआ था बल्कि एक “निजी आदि धर्म ब्रह्म वैदिक” समारोह के द्वारा हुआ था। उनका विवाह आनंद भवन इलाहाबाद में हुआ था।
इंदिरा गांधी देश की तीसरी तथा पहली महिला प्रधानमंत्री थी।
इंदिरा गांधी तंत्र भारत की तीसरी तथा पहली महिला प्रधानमंत्री थी। भारत की दूसरी महिला प्रधानमंत्री भी इंदिरा गांधी ही बनी।
इंदिरा गांधी का महात्मा गांधी के परिवार से नहीं थी, बल्कि फिरोज गांधी से शादी के बाद उन्हें गांधी उपनाम मिला।
बहुत से लोगों को यह गलत फहमी भी रहती है कि इंदिरा गांधी का गांधी सर नेम उन्हें महात्मा0
1975 में देश में पहला आपातकाल घोषित किया।
25 जून 1975 को इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश में पहला आपातकाल घोषित किया गया जिसे “भारतीय इतिहास का काला अध्याय” कहा जाता है।
यह आपातकाल 21 महीनों तक चला जिसके अंतर्गत विपक्ष के बड़े-बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया गया तथा प्रेस पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया।
अंततः इसके फलस्वरूप 1977 के आम चुनाव में इंदिरा गांधी की हार हुई।
एक कैबिनेट मंत्री के तारीफ कर देने पर इंदिरा गांधी हो गई थी नाराज
इंदिरा गांधी का व्यक्तित्व इस तरह का था कि कोई भी उनके समक्ष तब तक हंसने का साहस नहीं कर पाता था जब तक इंदिरा खुद ना हो जाए ।
एक बार इंदिरा अपने कैबिनेट मंत्री से इसलिए नाराज हो गई थी क्योंकि उसने इंदिरा गांधी के चेहरे की तारीफ में कुछ कह दिया था।
इंदिरा को नहीं पसंद था कि कोई उन्हें महिला प्रधानमंत्री के तौर पर देखें
इंदिरा गांधी खुद को महिला प्रधानमंत्री कहलाए जाना पसंद नहीं करती थी। कोई अगर उन्हें मैडम प्राइम मिनिस्टर कहकर बुलाता था तो उन्हें यह पसंद नहीं था। वह कहती थी कि अगर उन्हें मिस्टर प्राइम मिनिस्टर या केवल प्रधानमंत्री कह कर बुला सकते हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ डांस करने से किया था इनकार
1996 में जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनने के बाद अमेरिका गई थी तो एक समारोह के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने उन्हें अपने साथ डांस करने के लिए इनवाइट किया जिस पर इंदिरा गांधी ने कहा कि उनके देशवासियों को यह कभी भी पसंद नहीं आएगा कि उनकी प्रधानमंत्री पाश्चात्य संस्कृति का ball dance करें।
इंदिरा गांधी ने अमृतसर में ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया जिसके कारण उनकी राजनैतिक हत्या हुई।
1984 में सिक्के चरमपंथी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाला के समर्थक होने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अपना कब्जा कर लिया था। उनके पास बहुत से हथियार मौजूद थे।
गिरा गांधी ने सेना को स्वर्ण मंदिर पर हमला करने का आदेश दिया जिसके अंतर्गत बहुत से निर्दोष लोग भी मारे गए और सिख संप्रदाय में इंदिरा गांधी के प्रति अत्यंत रोष फैल गया।
इंदिरा गांधी को उनके ही बॉडीगार्ड सतवंत सिंह ने गोली मारकर हत्या की थी
ऑपरेशन ब्लू स्टार के फल स्वरुप सिख संप्रदाय में इंदिरा गांधी के प्रति अत्यंत रोष फैल चुका था।
जिसके फलस्वरूप उन्हीं के अंग रक्षकों ने सिख संप्रदाय को आहत पहुंचाने के के लिए 31 October 1984 को सुबह 9:30 बजे उन्हीं के आवास पर सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने 30 गोलियां मारकर हत्या कर दी।
बेअंत सिंह को मार दिया गया था तथा सतवंत सिंह को जेल में डाला गया और 1989 में फांसी दे दी गई।
इंदिरा गांधी पर लिखी गयी बुक्स | Books on Indira Gandhi
Indira Gandhi : A Biography by Pupul Jaykar (पुपुल जयकर)
Indira : The Life of Indira Neharu Gandhi by कैथरीन फ्रैंक
Indira Gandhi by इंदर मल्होत्रा
Indira Gandhi, her Road to power by नयनतारा सहगल
image Sources: wikimedia.org , hdiwali
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